घूरपुर में नीलगाय को भगाने के चक्कर में हुआ हादसा प्रयागराज में दो मासूम भाइयों की पानी भरे गड्ढे में डूबने से मौत,
प्रयागराज, जेएनएन। दोनों सगे भाई थे। एक की उम्र 10 वर्ष और दूसरा 12 साल का था। दोनों परिवार के अन्य सदस्यों के साथ खेत में गए थे। खेत में नीलगाय घुसी तो डंडा लेकर उसे भगाने दौड़े। पानी भरे गड्ढे में छोटे भाई गिरकर डूबने लगा तो बड़ा भाई उसे बचाने पहुंचा। दोनों उसमें समा गए। जब तक दोनों भाइयों को लोग बाहर निकालते, हालत गंभीर हो चुकी थी। अस्पताल ले गए तो उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
घूरपुर में नीलगाय को भगाने के चक्कर में हुआ हादसा
घूरपुर के पिपिरसा गांव में हृदय विदारक घटना में दो मासूम भाइयों की पानी भरे गड्ढे में डूबने से मौत हो गई। इससे परिवार में कोहराम मच गया। पिपिरसा गांव निवासी दूध कारोबारी अमरनाथ यादव खेती भी करते हैैं। उनके तीन बेटे 15 वर्षीय सचिन यादव, 12 वर्षीय निखिल यादव एवं 10 वर्षीय विपिन यादव थे। मंगलवार की शाम स्वजनों संग निखिल व विपिन भी खेत में गए थे। वहां गांव का ही नौ वर्षीय यश यादव पुत्र दिनेश यादव भी मौजूद था। तीनों खेत में खेल रहे थे कि धान की नर्सरी के पास अचानक नीलगाय देख तीनों डंडा लेकर उसे भगाने लगे। नीलगाय तो भाग गई लेकिन विपिन का खेत से कुछ दूर पर स्थित पानी भरे गड्ढे में पैर फिसल गया।
छोटे भाई को डूबता देख बड़ा भाई भी गड्ढे में कूद गया
गड्ढे में लगभग 10 फीट तक पानी था। विपिन को डूबता देख बड़ा भाई निखिल भी कूद गया लेकिन वह भी डूबने लगा। यह देख वहां मौजूद यश ने शोर मचाया। जिसके बाद खेत में मौजूद स्वजन व गांव के लोग दौड़े और कड़ी मशक्कत के बाद दोनों को बाहर निकाला। दोनों पानी अधिक पी चुके थे लेकिन मामूली रूप से सांस चल रही थी। स्वजन दोनों को इलाज के लिए तत्काल स्थानीय निजी चिकित्सालय ले गए, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दो बेटों की मौत से पूरे घर में कोहराम मच गया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनो भाइयों के शव का पंचायतनामा भर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
मिट्टी के खनन से कई जगह है गहरा गड्ढा
बताते हैैं कि क्षेत्र में संचालित ईंट-भट्ठा मालिकों द्वारा जहां-तहां खेतों में बड़े पैमाने पर मिट्टी का खनन 10 फीट या उससे अधिक कराया गया है। ऐसे में बारिश का पानी खेतों में लबालब भरने से उसकी गहराई का अंदाजा मासूमों को नहीं था। जिसके चलते यह घटना हुई।